Friday, 20 March 2015

गौवंश से भरे चार ट्रकों को लेकर प्रशासन व गौ भक्त आमने-सामनें नगरपरिषद पर गौवंश तस्करी का आरोप

-बेजुबान पशुओं पर अत्याचार
हनुमानगढ़। जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित टोल नाके के निकट आज गौ भक्तों ने गौ वंश से भरे चार मिनी ट्रक रोक कर हंगामा खड़ा कर दिया। गौ भक्तों का आरोप था कि यह ट्रक गौ वंश को वध के लिए उत्तरप्रदेश ले जाये जा रहे थे जबकि दूसरी तरफ यह सूचना भी मिली की नगर परिषद द्वारा उक्त गौ वंश (गोधे) जिला कलेक्टर के आदेश पर कोहला फार्म में छोडने के लिए ले जाये जा रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार चार मिनि ट्रक हनुमानगढ़ से बाहर निकलने की सूचना मिलने पर मुण्डा सरपंच प्रलाहद राय के नेतृत्व में गौ भक्त दिनेश सहारण,परितोष सारस्वत,परविन्दर सिंह ,जयकांत शिकरे,विजय सिंह,इकबाल गिल व् अनेक गौ भक्तो की एक भारी भीड़ टोल नाके पर एकत्र हो गई और टोल नाका पार करने से पूर्व ही इन ट्रकों को रोक लिया गया। बताया गया है कि इन चारों ट्रकों का नेतृत्व नगर परिषद आयुक्त श्रवण कुमार बिश्नोई कर रहे थे तथा इन ट्रकों को टोल नाका पार करवाने के लिए जिला कलेक्टर नें नगर परिषद आयुक्त को मौखिक निर्देेश जारी किये थे। चारों ट्रकों में ठूस-ठूस कर भरें गौ वंश के कारण दौ-तीन गोधे चोटिल हो गये तथा एक को मृत भी मान लिया गया था किन्तु बाद में वह जीवित पाया गया। गौ भक्तों ने गौ तस्कारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करनें के साथ-साथ जिला कलेक्टर पी.सी किशन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करनें की मांग रख दी जिस पर प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। गौ भक्तों से वार्ता के लिए सर्वप्रथम शेरगढ़ पुलिस चौकी प्रभारी लीलाधर थोरी व उप पुलिस अधीक्षक शहर अत्तर सिंह पूनियां पहुचें किन्तु गौ भक्त जिला कलेक्टर को वहां बुलाने की मांग पर अड़ गये। तहसीलदार सुरेन्द्र जाखड़ प्रशासन की तरफ से मौके पर पहुचे किन्तु गौ भक्त अपनी मांग पर अड़े रहे। उप जिला मजिस्ट्रेट डा. नरेन्द्र थोरी तहसीलदार के बाद मौके पर पहुंचे किन्तु गौ भक्तों ने उनकी बात मानने से भी इंकार कर दिया और जिला कलेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजपाल सिंह एसडीएम के बाद मौके पर पहुचे और ग्रामीणों से वार्तालाप किया किन्तु ग्रामीण कलेक्टर की मांग पर ही अड़े रहे। बाद में एसडीएम डा. नरेन्द्र थोरी के द्वारा चौथे दौर की वार्ता में ट्रक चालकों व कथित गौ तस्करों पर मुकदमा दर्ज करने, गोधो को गौशाला में छोडऩें व नगरपरिषद आयुक्त श्रवण बिश्रोई के खिलाफ जांच करने तथा ट्रकों को सीज करने की बात पर सहमत हुए तब जाकर विवाद समाप्त हो सका। 
कलेक्टर को अपशब्द कहने पर बिफरे एडीएम
जिला कलेक्टर पी.सी.किशन को मुण्डा सरपंच प्रलाहद राय द्वारा कथित रूप से अपशब्द कहने पर सरपंच से वार्ता कर राजपाल सिंह बिफर गये तथा गौ भक्तों को साफ-साफ कह दिया कि कलेक्टर यहां नहीं आयेगें तुमसे जो बन पड़ता है कर लो। कलेक्टर को अपमानजनक शब्द कहने पर एसडीएम डा. नरेन्द्र थोरी भी गुस्से में आ गये तथा ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हे समझाया कि प्रशासन आपकी प्रत्येक बात मानने को तैयार है किन्तु किसी अधिकारी के खिलाफ अपशब्द बर्दाशत नहीं किये जायेगें जिस पर ग्रामीणों ने अपने शब्द वापिस लिये तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका।
भारी अमला देखकर भी सिरेचढ़ी वार्ता
करीब चार घण्टे तक गौवंश की तस्करी को लेकर हंगामा कर रहे गौभक्त व ग्रामीण जिला कलेक्टर को वहां बुलाने की बात पर अड़े ही रहते किन्तु इसी बीच पुलिस लाईन से दौ बसों में भरकर पुलिस का भारी हमला घटना स्थल पर पहुंचा और मोर्चा संभाला तो ग्रामीणों नें इस विवाद को समाप्त करनें में चंद क्षण भी नहीं लगाये और मामला शांत हो गया। इसी बीच एसडीएम डा. नरेन्द्र थोरी भी तैश में आ गये और विवाद एक बारगी जिला कलेक्टर को और अपमान जनक शब्द कह दिया जाता तो मामला उग्र रूप धारन कर सकता था। 
थोरी की हुई जम कर तारीफ
करीब पांच घण्टे तक चले इस विवाद में एडीएम राजपाल सिंह को जिला कलेक्टर के खिलाफ अपमान जनक शब्द सुनना बर्दाशत नहीं हुआ तो वे ग्रामीणों से वार्ता करनें की बजाए दूर जाकर खड़े हो गये और एसडीएम डा. नरेन्द्र थोरी नें उप पुलिस अधिक्षक अत्तर सिंह पूनियां के साथ ग्रामीाणों से वार्ता कर मामले को समाप्त करवाया

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