नई दिल्ली- केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और महाराष्ट्र में भाजपा का ओबीसी चेहरा माने जाने वाले गोपीनाथ मुंडे का मंगलवार सुबह सड़क हादसे के बाद हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उन्होंने एम्स के ट्रॉमा सेंटर में सुबह करीब 7.20 बजे अंतिम सांस ली। मुंडे का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव बीड जिले के परली में किया जाएगा।
मुंडे के निधन के कारण आज कैबिनेट की बैठक में कुछ खास फैसला नहीं लिया गया। वरिष्ठ भाजपा नेता वेंकैया नायडू ने बताया कि मुंडे को श्रद्धांजलि देने के बाद कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई। नायडू ने कहा कि मुंडे की अंतिम यात्रा में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंडे के अंतिम संस्कार में नहीं जा पाएंगे।
उधर, दिल्ली की एक अदालत ने केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की कार को टक्कर मारने के आरोप में गिरफ्तार गुरविंदर सिंह को जमानत दी। दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि खुफिया ब्यूरो और विशेष प्रकोष्ठ मामले में साजिश के पहलू की भी जांच रहे हैं।
पहली बार केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बने 64 वर्षीय गोपीनाथ मुंडे मंगलवार सुबह करीब 6 बजे अपने आवास से मुंबई जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट निकले थे। रास्ते में लोधी कॉलोनी के पास पृथ्वीराज रोड और तुगलक रोड के बीच उनकी एसएक्स 4 कार को एक इंडिका कार ने बगल से टक्कर मार दी।
मौके पर मौजूद मुंडे के निजी सहायक और ड्राइवर ने बताया कि मुंडे कार की पिछली सीट पर बैठे थे और जैसे ही टक्कर लगी वह नीचे गिर गए और उनकी नाक में चोट लगी। इसके बाद उन्होंने पानी मांगकर पीया और खुद को अस्पताल ले जाने को कहा। करीब 6.30 उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार जब मुंडे को अस्पताल लाया गया उस समय उनकी सांस, रक्तचाप व हृदय गति रुकी हुई थी। करीब 50 मिनट की अथक कोशिश के बाद भी उन्हें सामान्य हालत में नहीं लाया जा सका और डॉक्टरों ने करीब 7.20 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर की मानें तो उन्हें शुगर और ब्लड प्रेशर की शिकायत थी, जिसके लिए वे कुछ दवाइयां भी ले रहे थे। हादसे के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी सांसें थम गई।
दो डॉक्टरों की टीम द्वारा शव के पोस्टमार्टम के बाद यह बताया गया कि मुंडे के शरीर पर कोई गंभीर बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए। उनकी मौत अंदरुनी चोट और उसके बाद हृदय गति रुकने से हुई है।
मुंडे के पार्थिव शरीर को एम्स से 12:30 बजे अंतिम दर्शन के लिए पार्टी मुख्यालय ले जाया गया। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भैयाजी जोशी, राम माधव, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली, वेंकैया नायडू, वसुंधरा राजे सिंधिया, विहिप नेता अशोक सिंहल, एनसीपी नेता शरद पवार, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, लोजपा नेता रामविलास पासवान सहित कई बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से भी पुष्पगुच्छ भेजकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान वहां मौजूद मुंडे की बेटियों से प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेताओं ने बात की और उन्हें ढाढस बंधाया।
करीब 2:30 बजे मुंडे के पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय से एक विशेष विमान से मुंबई ले जाया गया। शव को यहां भी अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा। इसके बाद बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ परली में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सरकार की ओर मुंडे के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज झुके रहेंगे। तमाम सरकारी कार्यक्रम भी रद कर दिए गए हैं।
उधर, पुलिस ने बताया कि इंडिका कार को जब्त कर लिया गया है और ड्राइवर की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। इस बीच जांच के लिए एफएसएल की टीम भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।
मुंडे के निधन पर किसने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोपीनाथ मुंडे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त और सहयोगी गोपीनाथ मुंडे जी की मौत की खबर से बहुत दुखी हूं। उनका जाना सरकार और देश के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम उनके परिवार के साथ हैं। मोदी ने कहा कि मुंडे जी एक जननेता थे, जो नई ऊचाइयों तक पहुंचे और बिना थके लोगों की सेवा की। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी गोपीनाथ मुंडे के निधन पर गहरा दुख जताया।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि मुंडे के निधन से मुझे गहरा आघात लगा है। उनका जाना पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। वहीं गोवा से सांसद व पर्यटन मंत्री श्रीपद नायक ने भी मुंडे के निधन को खासकर महाराष्ट्र में पार्टी के लिए बड़ी क्षति बताया। दूसरी ओर, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी मुंडे के निधन गहरी संवेदना व्यक्त की है।
उधर, भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने भी मुंडे के निधन को शिवसेना के लिए भी बड़ी क्षति करार दिया। पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि मुंडे जी बेहद मिलनसार और मृदुभाषी व्यक्ति थे। वह भाजपा-शिवसेना गठबंधन के बीच एक पुल की तरह थे।